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आज की इस पोस्ट में हम आपको BAMS और BHMS मे क्या अंतर है: की पूरी जानकारी देंगे अगर आपको किसी भी अन्य टॉपिक नोट्स या कोई भी स्टडी मे समस्या हो रही हो या Admission संबंधित जानकारी या कोई अन्य जानकारी चाहिये तो आप हमे Comment के माध्यम से जरुर बताएं या BE Educare एक्सपर्ट्स से 9569174559 पर Whats App करके 10 मिनट का फ्री सेशन बुक करें| अपनी तैयारी या Knowledge और बेहतर बनाने के लिए आप हमारी बेबसाइट को रेगुलर बिजिट करते रहिये |
BAMS और BHMS मे अंतर है
“BAMS” और “BHMS” दोनों ही विभिन्न प्रकार के चिकित्सा मान्यता प्राप्त करने वाले पाठ्यक्रम हैं जो चिकित्सा और औषधि शास्त्रों के क्षेत्र में शिक्षा प्रदान करते हैं, लेकिन इनमें अंतर होता है:
- BAMS (Bachelor of Ayurvedic Medicine and Surgery)
- BAMS एक चिकित्सा पाठ्यक्रम है जो आयुर्वेद के क्षेत्र में दी जाती है. इसमें आयुर्वेदिक चिकित्सा, प्राकृतिक चिकित्सा, औषधि शास्त्र, और पारंपरिक भारतीय चिकित्सा के तरीकों का अध्ययन किया जाता है. BAMS के पास विशेषत: आयुर्वेदिक उपचार और औषधियों के लिए प्रशिक्षण होता है.
- BHMS (Bachelor of Homoeopathic Medicine and Surgery)
- BHMS एक होम्योपैथी के क्षेत्र में दी जाने वाली चिकित्सा शिक्षा है. इसमें होम्योपैथी के तरीकों, औषधियों और चिकित्सा के सिद्धांतों का अध्ययन किया जाता है. BHMS के पास विशेषत: होम्योपैथी चिकित्सक बनने के लिए प्रशिक्षण होता है.
इसका मतलब है कि BAMS और BHMS दोनों ही चिकित्सा क्षेत्र में हैं, लेकिन वे अलग-अलग चिकित्सा प्रणालियों पर आधारित हैं – BAMS आयुर्वेदिक चिकित्सा पर और BHMS होम्योपैथी पर। छात्र इन मान्यता प्राप्त करने के बाद अपने चयनित क्षेत्र में चिकित्सक बन सकते हैं।
BAMS के लाभ
BAMS (Bachelor of Ayurvedic Medicine and Surgery) एक चिकित्सा पाठ्यक्रम है जो आयुर्वेद के क्षेत्र में प्रशिक्षण प्रदान करता है, और इसके पूरा करने के बाद छात्र आयुर्वेदिक चिकित्सक बन सकते हैं। BAMS के पास कई लाभ होते हैं:
- आयुर्वेदिक चिकित्सा में प्रशिक्षण: BAMS के माध्यम से छात्र आयुर्वेदिक चिकित्सा के विभिन्न पहलुओं, चिकित्सा प्रणालियों, औषधियों, और पारंपरिक भारतीय चिकित्सा के सिद्धांतों का अध्ययन करते हैं.
- चिकित्सा करियर: BAMS के पूरा होने के बाद, छात्र चिकित्सक बन सकते हैं और रोजगार के अवसर प्राप्त कर सकते हैं।
- स्वास्थ्य सेवा में योगदान: BAMS चिकित्सक स्वास्थ्य सेवा में भी योगदान कर सकते हैं और लोगों को आयुर्वेदिक उपचार प्रदान कर सकते हैं.
- औषधि उत्पादन: BAMS के छात्र औषधि उत्पादन और अनुसंधान में भी योगदान कर सकते हैं, जो आयुर्वेदिक औषधियों के विकास और उत्पादन में मदद करता है.
- आयुर्वेदिक जीवनशैली का प्रचार: BAMS के छात्र आयुर्वेदिक जीवनशैली को बढ़ावा देने और लोगों को स्वस्थ जीवन जीने के तरीकों की सलाह देने में मदद कर सकते हैं.
- प्राचीन विज्ञान और संस्कृति के अध्ययन: BAMS के पाठ्यक्रम में प्राचीन आयुर्वेदिक विज्ञान और संस्कृति का अध्ययन किया जाता है, जिससे छात्र अपनी संस्कृति और विरासत के प्रति समर्पित रहते हैं।
BAMS का पूरा करने के बाद, छात्र विभिन्न चिकित्सा प्रणालियों के बारे में जानकारी रखते हैं और लोगों के स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकते हैं।
BHMS के लाभ
BHMS (Bachelor of Homoeopathic Medicine and Surgery) एक चिकित्सा पाठ्यक्रम है जो होम्योपैथी के क्षेत्र में प्रशिक्षण प्रदान करता है, और इसके पूरा करने के बाद छात्र होम्योपैथी चिकित्सक बन सकते हैं। BHMS के कई लाभ होते हैं:
- चिकित्सा करियर: BHMS के माध्यम से छात्र चिकित्सक बनने के पात्र होते हैं और होम्योपैथी के क्षेत्र में अपने करियर की शुरुआत कर सकते हैं.
- रोजगार के अवसर: होम्योपैथी चिकित्सकों के लिए बाजार में अच्छे रोजगार के अवसर होते हैं, और इससे छात्र अच्छी आर्थिक स्थिति प्राप्त कर सकते हैं.
- स्वास्थ्य सेवा में योगदान: BHMS चिकित्सक स्वास्थ्य सेवा में भी योगदान कर सकते हैं और लोगों को होम्योपैथी उपचार प्रदान कर सकते हैं.
- सुरक्षित और प्राकृतिक उपचार: होम्योपैथी उपचार प्राकृतिक और सुरक्षित होता है, और यह बिना ज्यादा साइड इफेक्ट्स के विभिन्न बीमारियों का उपचार कर सकता है.
- प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल: होम्योपैथी की सहायता से व्यक्तिगत स्वास्थ्य और प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल करने के तरीके सिखाए जाते हैं, जो लोगों के जीवन में मदद करते हैं.
- ज्ञान का विस्तार: BHMS के दौरान, छात्र होम्योपैथी के सिद्धांतों, औषधियों, और उपचार की गहरी जानकारी प्राप्त करते हैं, जिससे उनके विज्ञान और चिकित्सा में ज्ञान में विस्तार होता है।
BHMS का पूरा करने के बाद, छात्र व्यक्तिगत और परिवारिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकते हैं, साथ ही समुदाय के स्वास्थ्य सेवाओं में भी योगदान कर सकते हैं।
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