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आज की इस पोस्ट में हम आपको मलेरिया के कारण, लक्षण और सटीक इलाज: की पूरी जानकारी देंगे अगर आपको किसी भी अन्य टॉपिक नोट्स या कोई भी स्टडी मे समस्या हो रही हो या Admission संबंधित जानकारी या कोई अन्य जानकारी चाहिये तो आप हमे Comment के माध्यम से जरुर बताएं या BE Educare एक्सपर्ट्स से 9569174559 पर Whats App करके 10 मिनट का फ्री सेशन बुक करें| अपनी तैयारी या Knowledge और बेहतर बनाने के लिए आप हमारी बेबसाइट को रेगुलर बिजिट करते रहिये |
मलेरिया एक संक्रामक बीमारी है जो प्लास्मोडियम परासाइट्स नामक माइक्रोऑर्गेनिज्मों के कारण होती है। ये परासाइट्स मुख्य रूप से मच्छरों के जीवनसंचरण में होते हैं, लेकिन वे मनुष्यों को संक्रमित करने के लिए इन्फेक्टेड मच्छर के काटने के माध्यम से उनके शरीर में प्रवेश कर सकते हैं।
मलेरिया के कारण
- प्लास्मोडियम फैल्सिपारम: यह सबसे आम प्रजाति है और मलेरिया की सबसे प्रमुख प्रजाति मानी जाती है।
- प्लास्मोडियम विवाक्वी: यह भी मलेरिया के कुछ प्रकार के संक्रमण के कारण हो सकता है।
- प्लास्मोडियम मैलारिया: यह प्रजाति गंभीर और जीवनसंग्रामी हो सकती है, और यह विशेष रूप से उच्च बुढ़ापा और बच्चों को प्रभावित कर सकती है।
- प्लास्मोडियम ओवेल मैलरिया: यह भी एक प्रकार की मलेरिया होती है, लेकिन इसका प्रसारण अधिक गंभीर नहीं होता है।
मलेरिया का प्रसार अधिकतर मच्छरों द्वारा होता है, जब वे संक्रमित व्यक्ति के रक्त को पी लेते हैं और फिर उसके रक्त में प्लास्मोडियम परासाइट्स के योग्य रूप से विकसित होते हैं। इन परासाइट्स के प्रवेश के बाद, वे इंसान के रक्त में मलेरिया के लक्षणों का कारण बन सकते हैं, जैसे कि बुखार, थकान, उल्बन, और अन्य संकेत।
मलेरिया को नियंत्रित करने के लिए विभिन्न प्रकार की दवाएँ और प्रतिक्रियाशीलता की जा सकती है, और इसका प्रबंधन मच्छरों के काटने से बचाव के साथ संभाव है
मलेरिया के लक्षण
- बुखार (Fever): मलेरिया के प्रमुख लक्षण में बुखार होता है, जो अक्सर अचानक आता है और घड़ी-घड़ी आ सकता है. यह बुखार आकर्षक मच्छर के काटने के बाद से 1 से 2 सप्ताह के भीतर हो सकता है।
- शिरादर्द (Headache): मलेरिया के साथ शिरादर्द (माइग्रेन) हो सकता है, जो कानपूर्ण हो सकता है।
- बुखार के साथ उल्बन (Chills): बुखार के साथ ठंड का अहसास या उल्बन हो सकता है, जिसके बाद शीतलता (फीवर) आ सकती है।
- पसीना आना (Sweating): मलेरिया के साथ अधिक स्वेटिंग (पसीना आना) हो सकती है।
- थकान (Fatigue): मलेरिया के प्रकार और गंभीरता के आधार पर थकान (कमजोरी) हो सकती है, और व्यक्ति को बहुत ही असहाय बना सकती है।
- पेट में दर्द (Abdominal Pain): कुछ मलेरिया संक्रमण के साथ पेट में दर्द या उल्बन हो सकता है.
- मल का रंग बदलना (Change in Stool Color): गंभीर मलेरिया संक्रमण के कुछ प्रकार में, मल का रंग पीला हो जाता है, जिसे बिलीरुबिन बढ़ने के कारण कहा जा सकता है।
- सांस लेने में कठिनाइयाँ (Breathing Difficulty): गंभीर मलेरिया के कुछ प्रकार में श्वसन में कठिनाइयाँ हो सकती हैं.
- शिशु में बुढ़ापा (Childhood Growth Impairment): शिशु में मलेरिया संक्रमण के प्रबल प्रकार, बच्चों के विकास पर असर डाल सकता है, जो उनकी शारीरिक और मानसिक विकास में कमी कर सकता है।
- न्यूमोनिया (Pneumonia) या अन्य अंतर्निहित इंफेक्शन: मलेरिया के रोगियों में कई बार अन्य इंफेक्शनों की संभावना बढ़ जाती है, जैसे कि न्यूमोनिया.
मलेरिया के लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, और यदि किसी को मलेरिया के लक्षण दिखाई दें, तो उन्हें तुरंत चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए। सही इलाज और जल्दी चिकित्सा से मलेरिया संक्रमण को संभावित रूप से नियंत्रित किया जा सकता है।
मलेरिया का सटीक इलाज
मलेरिया का सटीक इलाज चिकित्सक द्वारा किया जाना चाहिए, क्योंकि इस बीमारी के विभिन्न प्रकार होते हैं और उनका उपचार भी अलग-अलग हो सकता है। यदि आप मलेरिया के संकेतों से पीड़ित हैं, तो तुरंत एक चिकित्सक से सलाह लें और निम्नलिखित तरीकों से मलेरिया का इलाज किया जा सकता है:
- दवाइयों का प्रयोग: चिकित्सक मलेरिया के प्रकार के आधार पर उपयुक्त दवाइयों का चयन करेंगे, और यह दवाइयाँ प्लास्मोडियम परासाइट्स के खिलाफ कार्य करती हैं। कुछ प्रमुख दवाएं जैसे कि क्लोरोक्वीन, आर्टेमिसिनिन कॉम्बिनेशन थेरेपी (ACT), डोक्सीसाइक्लीन, और आईप्रोफेनप्राइल हो सकती हैं।
- दर्द और बुखार के इलाज: मलेरिया के दर्द और बुखार को कंट्रोल करने के लिए दर्दनिवारक दवाएँ और फीवर नियंत्रण उपायों का उपयोग किया जा सकता है।
- उपयुक्त आराम और पूरी चिकित्सा: व्यक्ति को बिस्तर पर आराम करना चाहिए, और उन्हें पूरी चिकित्सा का पालन करना चाहिए।
- संपन्न प्रतिक्रियाशीलता: मलेरिया के संक्रमण के बाद एक्सपोजर थेरेपी के रूप में आपको डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए, जिसमें विशेष दवाइयों का सेवन किया जाता है ताकि संक्रमण दोबारा होने की संभावना कम हो।
- घरेलू देखभाल: मलेरिया संक्रमण के समय पूरी आहारशीलता का पालन करना महत्वपूर्ण होता है और इलाज के बाद भी सही पोषण की देखभाल की आवश्यकता होती है।
- यदि आपको गंभीर मलेरिया है: गंभीर मलेरिया के संक्रमण के लिए अस्पताल में चिकित्सा की आवश्यकता हो सकती है, और वहाँ आपको इंवेसिव इलाज और आईसीयू (इंटेंसिव केयर यूनिट) में देखभाल मिल सकता है।
मलेरिया के इलाज को सही तरीके से किया जाना चाहिए, क्योंकि गंभीर मलेरिया जीवनसंग्रामी हो सकती है। संक्रमण के संभावित लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और व्यक्ति को तुरंत चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए।
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