डी फार्मेसी कोर्स क्या है D Pharma Kaise Kare : D Pharma कोर्स करने के लिए क्या करना चाहिए? (D Pharma Kaise Kare) बीडीएस कोर्स कैसे करें? हिंदी में (D Pharma Kaise Kare) – नमस्कार दोस्तों, इस लेख में हम D Pharma कोर्स कैसे करें? से जुड़ी जानकारी देने जा रहे है. अगर आप को और ज्यादा जानकारी या Admission की जानकारी या कॉलेज के जानकारी तो आप हमे ईमेल कर सकते है |
पिछले हाल के वर्षों में, फार्मास्युटिकल इंडस्ट्री ने विभिन्न जीवन रक्षक दवाओं के अनूठे आविष्कारों के साथ तेजी से वृद्धि की है। मेडिकल साइंस दिन– प्रतिदिन उत्कृष्ट रिसर्च और टेक्नोलॉजिस के साथ और बेहतर होता जा रहा है, विशेष रूप से फार्मास्युटिकल क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर पैदा हो रहे हैं। फार्मास्युटिकल उद्योग की अच्छी नॉलेज प्राप्त करने के लिए यदि आप एक शॉर्ट टर्म विशेष कोर्स का चयन करने की योजना बना रहे हैं, तो डी फार्मेसी आपके लिए एक सर्वश्रेष्ठ विकल्प है। आइए एक नजर डालते हैं कि डी फार्मेसी क्या है, इसका सिलेबस क्या है, टॉप विश्वविद्यालय जिन्हें आप चुन सकते हैं और साथ ही साथ इसमें करियर की क्या संभावनाएं शामिल हैं।
कोर्स | डी फार्मेसी |
फुल फॉर्म | Diploma in Pharmacy |
अवधि | 1-2 साल |
कोर्स स्तर | डिप्लोमा |
योग्यता | PCB के साथ 10+2 |
फीस | लगभग INR 45,000-1 लाख प्रति वर्ष |
प्रवेश प्रक्रिया | मेरिट/ प्रवेश परीक्षा द्वारा आधारित |
कोर्स के बाद रोजगार के अवसर | 1. सलाहकार फार्मासिस्ट 2. क्लिनिकल फार्मासिस्ट 3. औषधालय फार्मासिस्ट 4. सामुदायिक फार्मासिस्ट 5. अस्पताल फार्मासिस्टमेडिसिन 6. मैनेजमेंट टेक्निशियन |
सैलरी | INR 5-10 लाख प्रति वर्ष ( भारत में) INR 30-35 लाख प्रति वर्ष (विदेशों में) |
टॉप भर्ती कंपनियां | 1. Johnson & Johnson 2. Pfizer 3. Roche 4. Novartis 5. Merck & Co. 6. GlaxoSmithKline 7. Sanofi Abbvie |
डी फार्मेसी क्या है?
D- फार्मेसी का फुल फॉर्म डिप्लोमा इन फार्मेसी है। इस डिप्लोमा प्रोग्राम का उद्देश्य फार्मेसी के लगातार बढ़ते क्षेत्र का मूलभूत ज्ञान प्रदान करना है। इस कोर्स की अवधि 1-2 साल के बीच होती है। इसके अंतर्गत छात्रों को विभिन्न फार्मास्युटिकल दवाओं के निर्माण के पीछे की बुनियादी प्रक्रियाओं के बारे में जानने को मिलता है। इसके साथ ही, डी फार्मेसी चिकित्सा प्रबंधन के कई सिद्धांतों को भी शामिल करता है और फार्मास्यूटिक्स, फार्मास्युटिकल केमिस्ट्री, फार्माकोलॉजी आदि जैसे विषयों की एक गहन समझ प्रदान करता है।
डी फार्मेसी क्यों करें इससे जुड़े कुछ पॉइंट नीचे बताएं गए हैं
- डी फार्मेसी के बाद आप आसानी से निजी और सरकारी अस्पतालों या दुकानों में नौकरी कर सकते हैं।
- एनजीओ, हेल्थ क्लिनिक्स, पब्लिक हेल्थ क्लिनिक्स जैसे केंद्र, फार्मासिस्ट की नौकरी प्रदान करते हैं जहां आप प्रिसक्रिप्शन चेक कर सकते हैं और दवाएं दे सकते हैं।
- विशाल फार्मास्युटिकल कंपनियां विभिन्न नौकरी पदों जैसे प्रोसेस कंट्रोलर, मैन्युफैक्चरिंग हेड और क्वालिटी कंट्रोलर के लिए हायर करती हैं।
- चिकित्सा प्रतिनिधि एक बहुत ही आकर्षक नौकरी प्रोफ़ाइल है जिसमें अच्छा वेतन शामिल होता है, जिसे आप डी फार्मेसी के बाद आसानी से करियर के रूप में चुन सकते हैं।
- आप थोक या अन्य मेडिकल सर्जिकल वस्तुओं में दवाएं बेचने के लिए अपना खुद का फ़ार्मेसी आउटलेट शुरू कर सकते हैं।
- अपने पारस्परिक कौशल में सुधार करके और अनुभव प्राप्त करने के साथ अपनी प्रोफ़ाइल को आगे बढ़ाकर, करियर की ऊंचाइयों को छू सकते हैं।
आवश्यक कौशल
फार्मासिस्टों के आवश्यक कौशल सेट का उल्लेख नीचे किया गया है–
- खाद्य एवं औषधि अधिनियम (FDA) के अनुसार सटीक रिकॉर्ड रखना।
- प्रिस्क्रिप्शन का सेफ और सटीक प्रोसेसिंग।
- दवाओं का वितरण और संयोजन।
- परचेजिंग, मर्चेंडाइजिंग और इन्वेंटरी नियंत्रण
- ड्रग अप्रूवल प्रोसेस
- दवाओं के परीक्षण, जांच और नैदानिक परीक्षणों से संबंधित रेगुलेटरी आवश्यकताओं का ज्ञान।
- फार्मास्युटिकल न्यायशास्त्र
- पेशेंट प्रोवाइडर संबंध
- नारकोटिक्स नियंत्रण
- थर्ड पार्टी बिलिंग
- कंप्यूटर प्रोसेसिंग
डी फार्मेसी के विषय और सिलेबस
डी फार्मेसी कोर्स आगे के बैचलर और मास्टर लेवल के कोर्सेज के लिए एक मजबूत नींव स्थापित करता है। इसके अंतर्गत छात्रों को फार्मास्युटिकल के बेसिक कॉन्सेप्ट्स की गहन शिक्षा प्रदान की जाती है। चूंकि यह कोर्स भारत और विदेशों के कई प्रमुख विश्वविद्यालयों द्वारा पेश किया जाता है, इसलिए कोर्स का सिलेबस अलग हो सकता है। नीचे दी गई तालिका में कुछ आवश्यक विषय दिए गए हैं, जो कार्यक्रम का हिस्सा हैं–
फार्मास्युटिकल केमिस्ट्री | फार्माकोलॉजी एंड टॉक्सिकोलॉजी | ह्यूमन एनाटॉमी साइंस एंड फिजियोलॉजी |
मेडिसिन | ड्रग स्टोर एंड बिजनेस मैनेजमेंट | फार्माकोग्नॉसी |
बायोकेमिस्ट्री एंड क्लीनिकल फिजियोलॉजी | हॉस्पिटल एंड क्लीनिकल फार्मेसी | फार्मास्युटिकल न्यायशास्त्र |
हेल्थ एजुकेशन एंड कम्युनिटी फार्मेसी | एडवांस्ड फार्मास्युटिकलकेमिस्ट्री | क्लिनिकल बायो-केमिस्ट्री |
नोट: ऊपर वर्णित विषय केवल सांकेतिक उद्देश्यों के लिए हैं और एक विश्वविद्यालय से दूसरे विश्वविद्यालय में भिन्न हो सकते हैं।
डी फार्मा के फायदे
डी फार्मा करने के कुछ फायदे नीचे बताए गए हैं:
- डी फार्मा करने के बाद आप एक वैज्ञानिक अधिकारी बन सकते हैं।
- आप अपनी खुद की मेडिकल शॉप भी खोल सकते हैं।
- डी फार्मा करने के बाद आप फार्मासिस्ट कंपनी में नौकरी कर सकते हैं।
- आप रिसर्च में अपना करियर बना सकते हैं।
- आप टीचिंग के क्षेत्र में अपना करियर बना सकते हैं।
विदेश में डी फार्मेसी की पेशकश करने वाले टॉप विश्वविद्यालय
दुनिया भर में कई शैक्षणिक संस्थान हैं जो फार्मास्युटिकल क्षेत्र में विशेष डिप्लोमा और प्रमाणपत्र प्रदान करते हैं। डी फार्मेसी के साथ विदेशी शिक्षा प्राप्त करने के इच्छुक उम्मीदवारों के लिए, नीचे कुछ प्रमुख अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों की लिस्ट दी गई है–
- तस्मानिया विश्वविद्यालय
- हर्टफोर्डशायर विश्वविद्यालय
- एस्टन विश्वविद्यालय
- बाथ विश्वविद्यालय
- हंबर कॉलेज इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड एडवांस्ड लर्निंग
- नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी
- यूनिवर्सिटी ऑफ सिडनी
- कैंब्रिज यूनिवर्सिटी
- यूनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन
- यूनिवर्सिटी ऑफ अलस्टा
- अमोरी यूनिवर्सिटी
भारत में डी फार्मेसी की पेशकश करने वाले टॉप विश्वविद्यालय
नीचे हमने भारत में डी फार्मेसी की पेशकश करने वाले कुछ प्रमुख और टॉप मेडिकल संस्थानों और कॉलेजों को सूचीबद्ध किया है–
- मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्युटिकल साइंसेज, कर्नाटक
- डीआईटी विश्वविद्यालय, उत्तराखंड
- जेएसएस कॉलेज ऑफ फार्मेसी, ऊटी
- देवभूमि ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस
- ओम साई पैरामेडिकल कॉलेज
- आर्म्ड फोर्सेस मेडिकल कॉलेज
- ग्रांट मेडिकल कॉलेज
- इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस
- बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी
- MS रमैया मेडिकल कॉलेज
- जवाहर इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्टग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च
डी फार्मेसी के लिए योग्यता
दुनिया भर के किसी भी प्रमुख विश्वविद्यालय में प्रवेश पाने के लिए, छात्रों को कुछ प्रमुख शर्तें पूरी करनी होंगी। डी फार्मेसी कोर्स के लिए, उम्मीदवार को निम्नलिखित योग्यता को पूरा करना होगा–
- उम्मीदवार को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान (BiPC विषय) के साथ 12वीं की पढ़ाई पूरी करनी होगी।
- भारत में कई कॉलेजों में इस कोर्स के लिए प्रवेश परीक्षाएं भी आयोजित की जाती हैं। वहीं विदेशों में कोई विदेश परीक्षा नहीं हैं।
- उम्मीदवार को 12वीं कक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने चाहिए, खासकर जीव विज्ञान में।
- यदि आप विदेश में इस कोर्स की पढ़ाई करने की योजना बना रहे हैं, तो आपको SOP, LOR के साथ IELTS/ TOEFL / PTE/ डुओलिंगो आदि के स्कोर इंग्लिश प्रोफिशिएंसी प्रमाण के रूप में प्रदान करना होगा।
आवेदन प्रक्रिया
डी फॉर्मेसी कोर्स के लिए भारत और विदेशी विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया के बारे में नीचे बताया गया है–
विदेश में आवेदन प्रक्रिया
विदेश के विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है–
यदि आप विदेश में पढ़ना चाहते हैं, तो एप्लीकेशन प्रोसेस की जानकारी के लिए आप हमार BEEducare एक्सपर्ट्स को पर कर सकते है।
- आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं।
- एक्सपर्ट्स से कॉन्टैक्ट के पश्चात वे कॉमन डैशबोर्ड प्लेटफॉर्म के माध्यम से कई विश्वविद्यालयों की आपकी आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे।
- अगला कदम अपने सभी दस्तावेजों जैसे SOP, निबंध (essay), सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है।
- यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप हमारी Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
- आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीजा और छात्रवृत्ति / छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे। आप Leverage Finance के ज़रिए भी अपने कोर्स और यूनिवर्सिटी के आधार पर एजुकेशन लोन प्राप्त कर सकते हैं।
- अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लेटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है।
भारतीय विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया
भारत के विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया, इस प्रकार है–
- सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
- यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
- फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
- अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
- इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें।
- यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।
आवश्यक दस्तावेज़
विदेश में पढ़ने के लिए कुछ जरूरी दस्तावेजों की लिस्ट नीचे दी गई हैं–
- आधिकारिक शैक्षणिक टेप
- स्कैन किए हुए पासपोर्ट की कॉपी
- IELTS या TOEFL, आवश्यक टेस्ट स्कोर
- प्रोफेशनल/एकेडमिक LORs
- SOP
- निबंध (यदि आवश्यक हो)
- पोर्टफोलियो (यदि आवश्यक हो)
- अपडेट किया गया सीवी / रिज्यूमे
- एक पासपोर्ट और छात्र वीजा
- बैंक विवरण
प्रमुख प्रवेश परीक्षाएं
डी फार्मा कार्यक्रम में प्रवेश के लिए कई राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय प्रवेश परीक्षाएं होती हैं। इन लोकप्रिय डी फार्मा प्रवेश परीक्षाओं में से कुछ नीचे सूचीबद्ध हैं–
अन्नामलाई यूनिवर्सिटी ऑल इंडिया मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम फ़ार्मेसी(AU AIMEE फ़ार्मेसी) | ग्रेजुएट फार्मेसी एप्टीट्यूड टेस्ट (GPAT) |
वेस्ट बंगाल जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम (WBJEE- फार्मेसी) | उत्तर प्रदेश स्टेट एंट्रेंस एग्जाम (UPSEE- फार्मेसी) |
ओडिशा जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम – फार्मेसी (OJEE-P) | महाराष्ट्र कॉमन एंट्रेंस टेस्ट – फार्मेसी (MHT CET) |
राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय (RUHS-P) | कर्नाटक कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (KCET) |
गुजरात कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (GUJCET) | गोवा कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (गोवा CET) |
डी फार्मेसी के लिए फीस
यह संस्थान, निजी, अर्ध-निजी, या सरकारी होने के प्रकार और देशों के आधार पर कम या ज्यादा हो सकता है। भारत में D Pharm कोर्स की औसत फीस INR 80000-1 लाख प्रति वर्ष है। वहीं विदेशों में इसकी फीस INR 10-20 लाख प्रतिवर्ष है।
छात्रवृत्ति
फार्मेसी पाठ्यक्रमों को आगे बढ़ाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के लिए उपलब्ध कुछ अंतर्राष्ट्रीय छात्रवृत्ति का उल्लेख नीचे किया गया है:
- इंटरनेशनल हाउस में रिचर्ड कलन और सिउ-कुएन चान छात्रवृत्ति
- शिक्षा भविष्य अंतर्राष्ट्रीय छात्रवृत्ति
- संयुक्त राज्य अमेरिका में आउट-ऑफ-स्टेट प्रतियोगी ट्यूशन छूट
- लॉरेंटियन यूनिवर्सिटी एकेडमिक एक्सीलेंस स्कॉलरशिप
- यूएसए में स्कूल ऑफ नर्सिंग इंटरनेशनल अवार्ड्स
- पर्ड्यू विश्वविद्यालय के न्यासी छात्रवृत्ति
- ऑस्ट्रेलिया में विक्टोरिया इंटरनेशनल स्कॉलरशिप का मार्ग
डी फार्मा के लिए किताबें
डी फार्मा के लिए किताबों की टेबल इस प्रकार है:
किताब | |
DR-ASHOK-SHARMA (6 पुस्तकें द्विभाषी अंग्रेजी हिंदी दोनों में) | |
Pharmaceutical chemistry by Udit Narayan Vishwakarma | |
D,Pharma 1st Year (6 पुस्तकें द्विभाषी अंग्रेजी हिंदी दोनों में) | |
D.Pharma 2nd Year (6 पुस्तकें द्विभाषी अंग्रेजी हिंदी दोनों में) |
डी फार्मेसी का करियर स्कोप
जब आप डी फार्मेसी पूरी कर लेते हैं, तो आपके सामने करियर की ढेर सारी संभावनाएं हो जाती हैं। यदि आप इस विशेष डोमेन में गहराई से जाना चाहते हैं, तो आप बैचलर या मास्टर स्तर पर उपलब्ध उच्च-स्तरीय डिग्री प्राप्त कर सकते हैं, जिसके बाद आप ड्रग इंस्पेक्टर, ड्रग कंट्रोलर, तकनीकी सुपरवाइजर, गुणवत्ता विश्लेषक, उत्पादन कार्यकारी जैसे जॉब प्रोफाइल पा सकते हैं। नीचे हमने फार्मेसी में डिप्लोमा पूरा करने वाले छात्रों के लिए उपलब्ध कुछ प्रमुख नौकरी के अवसरों की लिस्ट तैयार की है–
- एडवाइजर फार्मासिस्ट
- क्लिनिकल फार्मासिस्ट
- डिस्पेंसरी फार्मासिस्ट
- कम्युनिटी फार्मासिस्ट
- हॉस्पिटल फार्मासिस्ट
- मेडिसिन मैनेजमेंट टेक्निशियन
- मेडिकल ट्रांसक्रिप्शनिस्ट
- फार्मेसी सहायक
भारत में, डी फार्मा उम्मीदवारों के लिए औसत शुरुआती वेतन लगभग INR 2-3 लाख प्रति वर्ष है। विदेश में, वेतन $15-$25 (INR 1095-1826) डॉलर प्रति घंटा हो सकता है। संयुक्त राज्य अमेरिका में कुछ उम्मीदवारों को $1.39 लाख (INR 1.01 करोड़) का वार्षिक पैकेज भी प्रदान किया जाता है। अनुभव और क्षेत्र विशेषज्ञता उच्च वेतन के लिए निर्णायक कारक हैं।
डी फार्मेसी के लिए भर्ती करने वाली कंपनियां
फार्मासिस्ट के लिए शीर्ष भर्तीकर्ताओं में निम्नलिखित शामिल हैं–
- Johnson & Johnson
- Pfizer
- Roche
- Novartis
- Merck & Co.
- GlaxoSmithKline
- Sanofi Abbvie
FAQs
डी फार्मेसी कोर्स क्या है?
डी फार्मेसी का फुल फॉर्म डिप्लोमा इन फार्मेसी है। इस डिप्लोमा प्रोग्राम का उद्देश्य फार्मेसी के लगातार बढ़ते क्षेत्र का मूलभूत ज्ञान प्रदान करना है। इस कोर्स की अवधि 1-2 साल के बीच होती है। इसके अंतर्गत छात्रों को विभिन्न फार्मास्युटिकल दवाओं के निर्माण के पीछे की बुनियादी प्रक्रियाओं के बारे में जानने को मिलता है।
क्या मैं 12वीं आर्ट्स के बाद डी फार्मा कर सकता हूं?
नहीं, आप 12वीं आर्ट्स के बाद फार्मेसी में डिप्लोमा नहीं कर सकते। डी फार्मेसी के लिए योग्यता 12वीं कक्षा में न्यूनतम 50% के साथ पीसीबी (भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान) है।
क्या मैं 10वीं के बाद डी फार्मा कर सकता हूं?
नहीं, आप 10वीं कक्षा के बाद डी. फार्मेसी नहीं कर सकते। इस कोर्स के लिए न्यूनतम योग्यता कक्षा 12वीं विज्ञान है।
डी फार्मा के बाद बी फार्मा कितने साल का होता है?
बी फार्मेसी 4 साल का कोर्स है और यह एक बैचलर डिग्री कोर्स है जबकि डीफार्मा 2 साल का डिप्लोमा कोर्स है।
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